First Aid - उदेश्य एवं सिद्धांत (Objectives and Principles)

प्रथम सहायता (First Aid) 

एक आपातकालीन प्रक्रिया है, जो दुर्घटना या चोट लगने पर घायल व्यक्ति को तुरंत दी जाती है। इसका मुख्य उद्देश्य व्यक्ति की स्थिति को स्थिर करना और आवश्यक उपचार मिलने तक उसे सुरक्षित रखना है।

First Aid के उदेश्य 

जीवन बचाना - घायल व्यक्ति को स्थिर रखकर उसकी जान बचाना।

स्थिति बिगड़ने से रोकना - चोट या बीमारी की गंभीरता को कम करने के लिए त्वरित कदम उठाना।

First Aid - गंभीर रक्तस्राव और शॉक (Heavy Bleeding)

प्रश्न: अगर किसी को अधिक रक्तस्राव हो रहा हो तो क्या करें?

गंभीर रक्तस्राव जानलेवा हो सकता है, इसलिए तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए। कदम इस प्रकार हैं:

  1. दबाव डालें:

    • किसी साफ कपड़े, पट्टी या हाथ से सीधे घाव पर दबाव डालें।

    • दबाव लगाने से रक्त का थक्का बनने में मदद मिलती है और रक्तस्राव कम होता है।

    • यदि कपड़ा रक्त से भीग जाए, तो पहले वाले को हटाएं नहीं, बल्कि उसके ऊपर नया कपड़ा रखें।

  2. मदद बुलाएँ:

    • तुरंत स्थानीय आपातकालीन नंबर (112/108 आदि) पर कॉल करें।

    • अगर कोई पास में हो तो उसे अस्पताल पहुँचाने में मदद करने के लिए कहें।

First Aid - Burns

Burns can range from minor to life-threatening. Knowing the right steps can prevent further injury, reduce pain, and lower the risk of infection.

Q&A on Burn Care

Q: Can I use ice to cool a burn?
A: No. Ice can further damage the skin and worsen the injury. Use cool running water for at least 10–30 minutes. This helps stop the burning process and reduces pain and swelling.

Q: Should I cover a burn with a plaster or bandage to prevent infection?
A: Avoid adhesive bandages—they can stick to the burn and tear delicate skin. Instead, use cling film or a clean plastic bag to loosely cover the area. This keeps dirt and germs away without causing additional damage.

First Aid - Snake Bite

First Aid Guide - Snake Bite
Snake bite is prevalent in our community for generations, and we are not able to prevent it. Education of the common man is required from snake bite, as well as measures to be taken after the bite. Snake bite may occur at any time during lifetime. WHO (2004) provided recommendations to reduce death due to snake bite as per international norms. A primary recommendation, based on evidence based procedures, was to establish a single protocol for both first-aid and treatment, and is relevant in Indian context as well.
Remember, traditional therapy have no proven benefit in the treatment of snake bite. Do not waste time and send the patient to hospital at the earliest.

First Aid - नाक से खून बहना (Nose Bleeding)

रिचय (Introduction)

नाक से खून बहना, जिसे चिकित्सकीय भाषा में एपिस्टेक्सिस (Epistaxis) कहा जाता है, एक सामान्य परंतु कई बार गंभीर समस्या हो सकती है। यह स्थिति किसी भी उम्र में हो सकती है, विशेष रूप से बच्चों और वृद्ध लोगों में अधिक देखी जाती है। अधिकतर मामलों में यह हानिकारक नहीं होती और सही प्राथमिक उपचार (First Aid) से नियंत्रित की जा सकती है। लेकिन बार-बार होने वाली या बहुत अधिक खून बहने की स्थिति गंभीर रोगों का संकेत हो सकती है। इसलिए इसका सही ज्ञान और प्राथमिक चिकित्सा का अभ्यास आवश्यक है।

नाक से खून बहने के लक्षण (Symptoms of Nose Bleeding)

नाक से खून बहने के प्रमुख लक्षण आसानी से पहचाने जा सकते हैं। इनमें शामिल हैं:

  • एक या दोनों नथुनों से खून बहना।

  • कभी-कभी खून गले में जाकर मुंह से निकल सकता है।

  • गंभीर मामलों में खून कानों से भी आ सकता है।

  • लगातार या तेज़ खून बहने पर चक्कर आना, कमजोरी और बेहोशी की स्थिति उत्पन्न हो सकती है।

  • लंबे समय तक रक्तस्राव होने पर एनीमिया (रक्ताल्पता) जैसी समस्या भी हो सकती है।

First Aid - दिल का दौरा पड़ने पर क्या करें (Do's During Heart Attack)

प्रथम उपचार का परिचय

प्रथम उपचार (First Aid) वह तात्कालिक और अस्थायी देखभाल है, जो किसी बीमार या घायल व्यक्ति को चिकित्सकीय सहायता मिलने से पहले दी जाती है। इसका मुख्य उद्देश्य जीवन बचाना, स्थिति को बिगड़ने से रोकना और स्वस्थ होने की संभावना बढ़ाना होता है। कई बार अचानक दुर्घटना, जलने, ज़हर खाने या दिल का दौरा (Heart Attack) पड़ने जैसी गंभीर परिस्थितियों में प्रथम उपचार जीवन और मृत्यु के बीच का फ़ासला तय करता है।

दिल का दौरा तब पड़ता है जब हृदय की मांसपेशी तक रक्त का प्रवाह रुक जाता है। यह प्रायः हृदय की धमनियों (Coronary Arteries) में थक्के (Clot) बनने की वजह से होता है। जब हृदय को पर्याप्त ऑक्सीजन नहीं मिलती, तो उसका हिस्सा क्षतिग्रस्त हो जाता है। ऐसे समय पर यदि सही प्रथम उपचार तुरंत दिया जाए तो मरीज की जान बचाई जा सकती है और आगे होने वाली जटिलताओं को रोका जा सकता है।

First Aid - कुछ विशेष जानकारी

  • परिचय

    प्रथम उपचार (First Aid) वह प्रारंभिक सहायता है, जो किसी भी दुर्घटना, चोट या अचानक हुई स्वास्थ्य समस्या के समय तुरंत दी जाती है। इसका उद्देश्य रोगी की स्थिति को स्थिर रखना, दर्द को कम करना और उचित चिकित्सीय सहायता मिलने तक जीवन को सुरक्षित बनाए रखना होता है। सही समय पर दिया गया First Aid जीवन बचा सकता है, जटिलताओं को रोक सकता है और उपचार की प्रक्रिया को सरल बना सकता है।

    First Aid का महत्व

    • दुर्घटना या चोट अचानक हो सकती है – सड़क पर, घर में, कार्यस्थल पर या स्कूल में।

    • प्राथमिक उपचार का ज्ञान रखने वाला व्यक्ति तुरंत मदद कर सकता है।

    • यदि समय पर सही कदम उठाए जाएं तो कई गंभीर समस्याओं से बचा जा सकता है, जैसे – अधिक रक्तस्राव, सांस रुकना, जलने से संक्रमण होना, आदि।

    • यह केवल डॉक्टरों या नर्सिंग स्टाफ तक सीमित नहीं है; सामान्य नागरिकों को भी इसकी जानकारी होनी चाहिए।

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First Aid - उदेश्य एवं सिद्धांत (Objectives and Principles)

प्रथम सहायता (First Aid)  एक आपातकालीन प्रक्रिया है, जो दुर्घटना या चोट लगने पर घायल व्यक्ति को तुरंत दी जाती है। इसका मुख्य उद्देश्य व्यक्त...